युवाओं को कौशल से युक्त बनाने पर अधिक जोर      Publish Date : 02/02/2025

                युवाओं को कौशल से युक्त बनाने पर अधिक जोर

                                                                                                                                                         प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

केन्द्र सरकार के द्वारा जारी बजट-2025, युवा शक्ति और उसके उत्थान के लिए अधिक आवश्यक शिक्षा बहुत कुछ प्रदान करने वाला एक सकारात्मक बजट कहा जा सकता है। इस बजट से आशा बनती है कि अच्छी शिक्षा और शोध के माध्यम से एक ऐसी युवा शक्ति तैयार हो सके जो कि विकसित भात के लक्ष्य को साधने का एक सबसे महत्वपूर्ण भाग बने।

जारी किए गए बजट में 50 हजार अटल टिंकरिंग लैब्स बनाने की घोषणा की गई है, जो नवाचार और उद्यमिता की वृद्वि करने में सहायक सिद्व होंगी। इसके माध्यम से स्कूलों के लाखों छात्रों तक तकनीक की पहुँच सुलभ होगी। स्कूलों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट की सुविधा को बढ़ाने के लिए भी आवश्यक प्रावधान किया गया है, जिससे डिजिटल शिक्षा के दायरे को बढ़ाने में भी आवश्यक सहायता प्राप्त होगी।

                                                          

इंटरनेट और टीवी के माध्यम से विद्या शक्ति के जैसे प्रोजेक्ट का अधिक से अधिक स्कूलों विस्तार हो सकेगा। इसके साथ ही इस पहल से सकल नामांकन की दर बढ़ानें में भी अपेक्षित मदद प्राप्त होगी। एआई के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से भी युवाओं की शिक्षा और रोजगार प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। एआई के सन्दर्भ में शिक्षा और शिक्षा के लिए एआई के दृष्टिकोण पर विचार करने की आवश्यकता है। एआई के माध्यम से बड़े पैमाने पर डाटा प्राप्त हो रहा है। इस डाटा का विश्लेषण करके बच्चों के लिए कहां और क्या करना है और युवाओं के लिए रोजगार परक शिक्षा के सन्दर्भ में क्या नीतियां बनाना होंगी, जिससे कि मदद प्राप्त हो।

बजट में मातृभाषा की पुस्तकों को लेकर भी काफी महत्वपूर्ण धोषणा की गई है। मातृभाषा में अध्ययन कर हम एक ऐसी युवा पीझ़ी को तैयार कर सकेंगे जो अपनी जड़ों से जुड़ी हुई होगी। पीएमआरएफ-2 के अन्तर्गत दस हजार फेलोशिप ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करेगी जो अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, इससे रिसर्च की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी होगी। कुल मिलाकर बजट में शिक्षित और कुशल युवाओं की एक बड़ी संख्या तैयार करने की एक मजबूत बुनियाद साबित होगी। 

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।