स्वरोजगार का पर्याय एमबार कृषि व्यवसाय      Publish Date : 19/12/2024

                   स्वरोजगार का पर्याय एमबार कृषि व्यवसाय

                                                                                                                               प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी   

‘‘कृषि के उचित विकास के लिए एक कुशल विपणन तन्त्र का होना बेहद आवश्यक है। इसके अभाव में उपभोक्तओं को उनके दैनिक उपयोग की वस्तुएँ मंहगी दर पर उपलब्ध होती हैं, जिसके चलते उन्हें अधिक धन का व्यय करना पड़ता है। एक कुशल विपणन तन्त्र उपभोक्ताओं के साथ-साथ किसनों के लिए भी आदानों को सस्ती दरों पर उपलब्ध करता है जो उनके लिए लाभदायक होता है।

एक सशक्त एवं सक्षम कृषि विपणन तन्त्र देश के अन्दर विद्यमान अनेक समस्याओं को दूर करने में सहायता करता हैः जैसे- किसानों को उचित मूल्य और उपभोक्ताओं को अच्छी एवं सस्ती वस्तुएँ, युवाओं को रोजगार तथा किसानों की समृद्वि आदि में सहायता प्रदान करना है।’’

हाल के समय में कम्प्यूटर तथा मोबाईल के ऊपर आधारित मार्केटिंग का प्रचलन बहुत बढ़ गया है, लगभग समस्त प्रकार की वस्तुओं की बिक्री में कम्प्यूटर एवं मोबाईल की भूमिका महत्वपूर्ण है। मोबाईल फोन के माध्यम से खरीददारी करने में लोगों समय, ऊर्जा तथा धन तीनों की बचत होती है। ‘एमबार मॉडल’ का अर्थ कृषि उत्पादों की खुदरा बिक्री करने एक मॉडल से है, जो कृषि एवं पशु उत्पादों के साथ-साथ फार्म इनपुट्स को भी उत्पादक से उपभोक्ताओं ते उचित मूल्यों पर उपलब्धता को सुनिश्चित् करता हैं

परिकल्पना एवं क्रियाविधि

यह मॉडल मोबाईल फोन के दैनिक तथा इसके व्यवसायिक महत्व को दर्शाता है। कोई भी उपभोक्ता तोबाईल फोन का उपयोग कर घर बैठे ही अपने समस्त दैनिक उपयोग के कृषि एवं पशु उत्पाद जैसे- फल-फूल, सब्जी, अण्ड़ा, दूध तथा दूध से निर्मित अन्य समस्त उत्पादों को कम मूल्य पर प्राप्त कर सकता है। एम-बार मॉडल किसानों को समय पर विभिन्न कृषिगत आगत यथा बीज, खाद एवं कीटनाशक इत्यादि को उपलब्ध कराने में सहायक है तथा उनके कृषिउत्पादों को भी बेचने का एक उचित माध्यम उपलब्ध कराने में सक्षम हैं जिससे कि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त होता है।यह मॉडल विपणन तन्त्र में व्याप्त बिचौलियों की भूमिका को सीमित कर किसानों की उपज को सीधे उपभोक्ताओंतक पहुँचाने में सहायता करता है।

इस मॉडल में प्रमुख रूप से चार अवयव होते हैं, जिनमें कृषि उत्पादों के फुटकर विक्रेता (एग्री-बिजनेस रिटेलर्स), उत्पादक (किसान), उपभौक्ता एवं विािन्न कृषि कम्पनियाँ (मेन्युफैचरिंग फर्म्स) के अतिरिक्त मोबाईल फोन, कम्प्यूटर, कृषि उत्पाद, कृषि आदान तथा सेल्समैन आदि सहायक अवयव होते हैं। एमबार मॉडल के अनुसार, उपभोक्ता अपनी आवश्यकता के अनुसार आवश्यक वस्तु विवरण यथा वस्तु अथवा उत्पाद का नाम, मात्रा, डिलिवरी का समय, अपने पते सहित मोबाईल एसएमएस, व्हाट्सऐप, मेल, मैसेन्जर, फोन कॉल अथवा मोबाईल एप के माध्यम से एग्री-बिजनेस रिटेलर को भेजता है।

एग्री-बिजनेस रिटेलर प्राप्त उक्त आदेश के अनुसार कृषि उत्पादों की आपूर्ति सम्बन्धित ग्राहक हो सेल्समैन श्रृंखला के माध्यम से करता है। एग्री-बिजनेस रिटेलर फल-सब्जियाँ, अण्ड़े, दूध एवं दूध से निर्मित विभिन्न उत्पादों के साथ ही कृषि आगतों की खरीद क्रमशः किसानों, पोल्ट्री फार्म्स, डेयार सहकार समितियों तथा इनपुट फर्म्स से समझौता नीति अथवा मोल-भाव के साथ करते हैं।

एमबार मॉडल एग्री-बिजनेस रिटेलर किसानों को कृषिगत परामर्श जैसे- पादप रोग के सम्बन्ध में, कीट आक्रमण से सम्बन्धित व्यवसाय विस्तार एवं विपणन सम्बन्धित आदि पर भी विशेषज्ञों के द्वारा सलाह उपलब्ध करा सकता है। 

एमबार मॉडल से किसानों को लाभ

  • किसानों के लिए डायरेक्ट मार्केटिंग की सुविधा
  • कृषिगत आदानों की उचित समय, उचित मूल्य एवं घर/खेत पर ही उपलब्धता
  • फसल की कटाई के उपरांत उपज में होने वाले नुकसान में कमी
  • किसानों को उत्पादन (उपज) का लाभकारी एवं प्रोत्साहन मूल्य
  • कृषिगत उपज को मण्ड़ी तक लेकर जाने में आने वाले परिवहन व्यय तथा समय की बचत
  • बिचौलियों को हटाकर उत्पादक एवं उपभोक्ता को एक साथ जोड़ना

एमबार मॉडल से सोसायटी को प्राप्त लाभः

  • देश अथवा सोसायटी में रोजगार के अवसरों का सृजन
  • युवाओं, किसानों तथा पशुपालकों आदि के जीवन स्तर में व्यापक सुधार
  • फार्मिंग समुदाय को नॉन-फार्मिंग समुदाय के साथ सम्बद्व करना

एमबार मॉडल से उपभोक्ताओं को प्राप्त लाभः

  • उचित मूल्यों पर उत्तम गुणवत्ता वाले उत्पादों की उपलब्धता
  • एक ही स्थान से लगभग सभी प्रकार के उत्पादों जैसे- फल, सब्जियाँ, अण्ड़ एवं दूध तथा दूध से निर्मित उत्पादों आदि की आपूर्ति
  • समय पर फ्री होम डिलिवरी की सुविधा
  • मोबाईल उपयोग करने के कारण समय एवं धन तथा ऊर्जा आदि की बचत
  • उत्पाद डिलिवरी के बाद ही भुगतान की सुविधा

मॉडल की उपयोगिता

एमबार मॉडल ऑनलाइन आधारित कृषि उद्यमिता का एक नया तरीका है। उक्त तरीका समाज के समस्त महत्वपूर्ण घटकों के लिए लाभदायक है। इस व्यवसायिक मॉडल, से उत्पादकों, विक्रेताओं, खरीददारों तथा प्रयोग करने वाले लोगों को लाभ पहुँचता हैं। एमबार मॉडल के माध्यम से युवा अपना स्वयं का एक व्यवसाय स्थापित कर अपनी आजीविका का अर्जन कर सकते हैं, इसके साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं।

इस मॉडल का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को ताजा एवं उच्च गुणवत्तायुक्त कृषि अथवा पशु उत्पाद सस्ती दरों पर घर बैठे ही प्राप्त करते हैं, जिससे समय, धन एवं ऊर्जा की बचत होती हैं एमबार मॉडल किसानों को डायरेक्ट मार्केटिंग की सुविधा प्रदान करता हैं, जिससे फसल की कटाई के बाद होने वाले नुकसान में भी कमी आती है साथ ही किसानों को उनके उत्पादों का लाभकारी एवं अधिक मूल्य प्राप्त होता है।

एमबार मॉडल कृषि एवं पशु उत्पादों की रिटेलिंग का अत्याणुनिक तरीका है जो फ्लिपकार्ट, अमेजन, पेंटीएम तथा इसीप्रकार कार्य करने वाले अन्य प्लेटफार्म की तरह ही काम करता है, परन्तु कुछ खास बाते इसे फ्लिपकार्ट मॉडल से अलग भी करती हैं। एमबार व्यवसाय के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को स्पष्ट तौर पर लाभ प्राप्त होता है और यह मॉडल युवाओं के लिए रोजगार सृजन करता है, जो समाज से बेरोजगारी एवं गरीबी को दूर करने में सहायता करता है और लोगों के जीवन-स्तर में अपेक्षित सुधार करता हैं।

कृषि उत्पादों को सीधे खेत से ही खरीदनें पर उपज को मण्ड़ी तक लेकर जानें में व्यय आने वाला समय, ऊर्जा एवं धन की बचत होकर यह उत्पाद खरीदने वाले को भी उचित कम कीमतपर ताजे उत्पादों की प्राप्ति होती है।

एमबार के लाभः

वर्तमान में हमारे देश के समक्ष निरंतर बढ़ती हुई जनसंख्या के चलते उत्पन्न बेरोजगारी तथा किसानों की दयनीय स्थिति जैसी बड़ी एवं ज्वलन्त समस्यायें हैं। कृषि व्यवसाय के माध्यम से देश में ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी रोजगार के पर्याप्त अवसर सृजित किये जा सकते हैं और किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य भी प्रदान करने में सहायता मिलेगी लिससे उनके जीवन स्तर में सकारात्मक सुधार आयेगा। हाल के वर्षों में देश में आर्थिक उदारीकरण और वैश्वीकरण की नीति के लागू होने के कारण कृषि उद्यमिता को भी पर्याप्त मात्रा में वृद्वि प्राप्त हुई है।

अपनी उपज को खेत से ही एक ही बिचौलिए के माध्यम से सीधे उपभोक्ताओं तक पहुँचाकर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य भी प्राप्त हो जाता है। अतः एमबार मॉडल को अपनाकर देश के ग्रामीण एवं शहरी युवा अपने स्वयं के ‘कृषि उत्पाद सप्लाई केन्द्र’ स्थपित कर उसके माध्यम से अपने व्यवसाय को आरम्भ कर सकते हैं तथा उससे अन्य लोागें को भी रोजगार प्रदान कर सकते हैं।

एमबार मॉडल के माध्यम से किसानों को समय पर विभिन्न कृषिगत आगतों यथा- खाद, बीज एवं कीटनाशक इत्यादि की प्राप्ति हो जाती है तथा यह मॉडल कृषि उपज को उचित माध्यम से बेचने में भी किसानों की सहायता करता है, जिससे उन्हें अपनी फसलों के दाम मिल जाते हैं। विभिन्न राज्य सरकारें भी युवाओं को व्यवसाय प्रशिक्षण एवं वित्तीय सहायता प्रदान कर देश में रोजगार के अवसरों का सृजन कर सकती हैं।  इस प्रकार कृषि एवं किसानों के विकास के साथ ही साथ समाज के शिक्षित बेरोजगार युवाओं के उद्यमी बनने के सपनें को भी एक आकार प्रदान किया जा सकता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।