खाद/उर्वरक के तीन प्रमुख अवयव Publish Date : 18/12/2024
खाद/उर्वरक के तीन प्रमुख अवयव
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु
पौधों के लिए आवश्यक उर्वरक (खाद) के तीन प्रमुख तत्वों - नाइट्रोजन (N) फॉस्फोरस (P) और पोटैशियम (K) - के महत्व को समझें-
1. नाइट्रोजन (N):
नाइट्रोजन की भूमिकाः पौधे की पत्तियों और तने की वृद्धि के लिए आवश्यक।
प्रभावः नाइट्रोजन पौधों को हरी और स्वस्थ पत्तियां प्रदान करता है, क्योंकि यह प्रकाश संश्लेषण में मदद करने वाले तत्व का एक प्रमुख घटक होता है। नाइट्रोजन की कमी से पौधों की पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और पौधे की सम्पूर्ण वृद्धि रुक जाती है।
2. फॉस्फोरस (P)
फॉस्फोरस की भूमिकाः जड़ें, फूल और फल आदि को विकसित करने में सहायक।
प्रभावः यह पौधे की जड़ों को मजबूत बनाता है, जिससे पौधा मिट्टी से अधिक पोषक तत्व और पानी का आवशोषण कर सकता है। साथ ही, फॉस्फोरस फूलों और फलों के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से पौधों में फूल और फल कम बनते हैं।
3. पोटैशियम (K):
पोटेशियम की भूमिकाः पौधे के समग्र स्वास्थ्य और तनाव सहने की क्षमता को बढ़ाता है।
प्रभावः पोटैशियम पौधों की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है, सूखे और बीमारियों के खिलाफ पौधों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसकी कमी से पौधे कमजोर तने, कम फल और बीमारियों का शिकार हो सकते हैं।
संतुलन क्यों जरूरी है?
N (नाइट्रोजन), P (फॉस्फोरस), और K (पोटैशियम) का सही संतुलन पौधों को स्वस्थ, मजबूत और अधिक उत्पादन देने में सहायता करता है। खाद का चयन करते समय मिट्टी की जांच और फसल की जरूरतों भी को ध्यान में रखना चाहिए।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।