गेहूं से खरपतवार दूर करने का सटीक उपाय Publish Date : 04/12/2024
गेहूं से खरपतवार दूर करने का सटीक उपाय
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
गेहूं की बुवाई करने के बाद किसान करे यह छोटा सा काम इस काम को करने के बाद खेत में नजर नहीं आएगा कोई भी खरपतवार-
गेहूं से खरपतवार गायब करने का सटीक उपाय, इस तरीके से हटा सकते हैं गेहू से खरपतवार।
गेहूं की फसल को खरपतवार से किस प्रकार बचाएं
देशभर में गेहूं की बुवाई अब लगभग पूरी हो चुकी है तो कुछ स्थानों पर अभी होनी बाकी है। अब ऐसे में सवाल उठता है की गेहूं में खरपतवार लगने से गेहूं को कैसे बचाया जा सकता है। गेहूं में सबसे ज्यादा गिल्ली-डंडा नाम का खरपतवार इसकी फसल को सबसे अधिक खराब करता है। अब ऐसे में खरपतवार से फसल को बचाने के लिए क्या किया जाए। आज हम आपको इस समस्या से निपटने के लिए कारगर उपाय बताने वाले हैं कि इस खरपतवार से बचने के लिए आपको क्या और कैसे करना होगा।
बुवाई के समय गेहूं की फसल में किसानों को खरपतवारनाशी पेंडीमेंथालिन 30 प्रतिशत ईसी का उपयोग करना होगा। इस खरपतवारनाशी का उपयोग करने से खरपतवार को खेत में उगने से रोका जा सकता है। या फिर किसी कारणवश यदि खरपतवार उग भी जाता है तो वह गेहूं की सिंचाई के समय अपने आप ही नष्ट हो जाएगा।
खरपतवार के नाश लिए घोल तैयार करने का तरीका
खेत में उग आए खरपतवार को नष्ट करने के लिए घोल तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको इस बात का ध्यान देना होगा कि आपको खरपतवार नाशी पेंडीमेथालिन का उपयोग किस प्रकार से करना है। इसके लिए किसान को गेहूं की बुवाई के बाद 24 घंटे के अंदर पेंडीमेथालिन नामक दवा का उपयोग करना होगा।
इसका घोल बनाने के लिए आपको एक लीटर पेंडीमेथालिन दवा को 200 लीटर पानी में घोलकर इसका घोल तैयार करना होगा और फिर इस घोल को गेहूं की फसल के ऊपर इसका छिड़काव कर देना है। इस प्रकार आपकी गेहूं की फसल से खरपतवार नष्ट हो जाएगा।
छिड़काव करने का तरीका
किसान भाईयों को इस दवाई का छिड़काव करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि खरपतवार को नष्ट करने के लिए इस छिड़काव को करते समय किस दिशा की ओर चलना चाहिए, जिससे कि इस छिड़काव की परत ना टूटने पाए।
इसका छिड़काव करते समय किसान पीछे की ओर चलें और अपने आगे की ओर स्प्रे करते हुए आगे बढ़ें। इस प्रकार इस विधि से किसान को इस दवाई का छिड़काव अपनी गेहूं की फसल पर करना है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।