औषधीय गुणों से भरपूर है हल्दी, विभिन्न प्रकार के रोगों में होती है कारगर Publish Date : 03/12/2024
औषधीय गुणों से भरपूर है हल्दी, विभिन्न प्रकार के रोगों में होती है कारगर
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी
हल्दी, शुगर, कैंसर और एसिडिटी सहित अन्य कई रोगों में होती है बेहद कारगर, जानियें हल्दी के सेवन करने का सही तरीका-
हम सभी लोग अच्छी तरह से यह जानते हैं कि कच्ची हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर होती है और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह सर्दी-खांसी और फ्लू आदि से भी बचाव में सहायता करती है। कच्ची हल्दी को शहद के साथ भी सेवन किया जा सकता हैं। कच्ची हल्दी गैस, अपच और एसिडिटी को दूर करती है और लीवर को स्वस्थ बनाए रखने और उसको डिटॉक्स करने में भी अपेक्षित सहायता करती है।
कच्ची हल्दी एक प्राकृतिक जड़ी-बूटी है, जो कि औषधीय गुणों और पोषकता संबंधी गुणों से परिपूर्ण होती है। हमारे आयुर्वेदिक डॉक्टर सुशील शर्मा ने बताया कि यह अदरक के समान एक कंद होता है और विशेष रूप से आयुर्वेदिक दवाओं में इसका उपयोग किया जाता है। हल्दी का उपयोग आमतौर पाचन, इम्यूनिटी और त्वचा आदि की समस्याओं के लिए किया जाता है। इसमें कर्क्यूमिन नामक एक मुख्य सक्रिय घटक होता है, जो अपने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है।
कच्ची हल्दी का सेवन करने का तरीका
कच्ची हल्दी का सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। मुख्य रूप से दूध के साथ इसे उपयोग किया जाता है और हल्दी मिक्स दूध को गोल्डन मिल्क भी कहा जाता है। यह इम्यूनिटी बढ़ाने, सर्दी-खांसी और जोड़ों के दर्द में विशेष रूप से लाभीकारी होता है। इसके अलावा चाय में मिलकर भी इसका सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा कच्ची हल्दी का अचार भी बनाया जा सकता है। कच्ची हल्दी का अचार नींबू के रस, हरी मिर्च और अन्य मसालों के साथ बनाया जाता है और इसका सेवन शहद के साथ भी किया जा सकता है।
कच्ची हल्दी का सेवन करने से प्राप्त लाभ
कच्ची हल्दी में कई औषधीय गुण उपलब्ध होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत ही लाभदायक होते है। आयुर्वेदिक डॉक्टर सुशील शर्मा ने बताया कि कच्ची हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं, जो सर्दी-खांसी और फ्लू आदि विकारों से बचाव करने में मददगार होते हैं। इसके साथ ही यह जोड़ों के दर्द (आर्थराइटिस) और सूजन को कम करने में भी उपयोगी सिद्व होती है. वहीं यह गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को भी दूर करने में सक्षम होती है और लीवर को स्वस्थ रखने और डिटॉक्स करने में भी हमारी मदद करती है।
आयुर्वेदिक डॉक्टर ने बताया कि यह त्वचा की समस्याएं दूर करने, घावों और संक्रमण आदि को शीघ्र ठीक करने, हृदय, डायबिटीज, कैंसर, मस्तिष्क और सांस संबंधी समस्याओं में राहत दिलाने में भी सहायता करती है।
कच्ची हल्दी के धार्मिक महत्व
हमारे देश में कच्ची हल्दी का उपयोग पूजा, व्रत और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में बहुधा किया जाता है। कच्ची हल्दी को विशेष रूप से सकारात्मक ऊर्जा, पवित्रता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। धर्म विशेषज्ञों ने बताया कि हल्दी को देवी-देवताओं की पूजा में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।
विशेष रूप से गृह प्रवेश, विवाह और अन्य शुभ अवसरों पर कच्ची हल्दी का उपयोग लगभग सभी जगह किया जाता है। कच्ची हल्दी को देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा में भी विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। इसके अलावा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और वातावरण को शुद्ध करने के लिए इसका भरपूर उपयोग किया जाता है। इसे घर की पूजा या शुद्धिकरण के लिए भी अक्सर प्रयोग में लाया जाता रहा है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।