बुढ़ापे में नहीं होगी बिल्कुल परेशानी सीनियर सिटीजन के लिए पेशन सुविधा      Publish Date : 12/10/2024

बुढ़ापे में नहीं होगी बिल्कुल परेशानी सीनियर सिटीजन के लिए पेशन सुविधा

                                                                                                                                                                प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

हमारे जीवन में, बुढ़ापे में अक्सर कई प्रकार की आर्थिक समस्याओं का सामना हमें करना पड़ता है। हमारी कोई इनकम होती नहीं है ऐसे में बुढ़ापे में खर्च उठाने में, स्वास्थ्य खर्च उठाने में बहुत समस्या होती है। इसके लिए आप सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार की पेंशन स्कीम का सहारा ले सकते हैं। आपके बुढ़ापे में इन्हीं पेंशन स्कीम के माध्यम से आपको आर्थिक सहायता मिलेगी।

                                                                       

सरकार ने अलग-अलग प्रकार से बुजुर्गों के लिए बुढ़ापे में पेंशन प्रदान करने के लिए बहुत सारी योजनाओं का संचालन करना आरम्भ किया है। तो आईए जानते हैं कुछ ऐसी ही पेंशन योजनाओं के बारे में विस्तार से अपने इस आर्टिकल में-

Various Pension Schemes for Senior Citizens

                                                                          

सीनियर सिटीजन के लिए चलाई जाने वाली पेंशन स्कीम का प्रमुख रूप से एक ही उद्देश्य होता है, कि बुढ़ापे में बुजुर्गों के स्वास्थ्य और निजी खर्चों हेतु उन्हें पेंशन राशि प्रदान की जाए, जिससे कि वह अपने इस समय को अच्छी तरह से व्यतीत कर सकें और किसी दूसरे पर आश्रित न रहें। इसके लिए उन्हें अभी से योजनाओं में आवेदन करना होता है और थोड़ी बहुत धनराशि का इन्वेस्टमेंट भी करना होता है।

ATAL PENSION YOJANA

                                                       

भारत में बुजुर्गों के उत्थान के लिए बहुत सारी पेंशन योजनाएं चलाई गई हैं, लेकिन इनमें से अटल पेंशन योजना गरीबों और मध्यम वर्गीय लोगों के लिए ही संचालित की जा रही है। सरकार की इस योजना में आपको एक बहुत छोटी सी धनराशि का इन्वेस्टमेंट हर महीने करना होता है और उसके बाद बुढ़ापे में आपको ₹1000 से लेकर ₹5000 तक की पेंशन इस योजना के माध्यम से मिल जाती है।

अगर आप इस योजना में ₹210 हर महीने इन्वेस्ट करते हैं तो आपको 18 साल तक यह इन्वेस्टमेंट करना होता है। आप 18 वर्ष से लेकर 40 वर्ष की उम्र के बीच में यह इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं। उसके बाद जब आपकी उम्र 60 वर्ष हो जाएगी तो आपको हर महीने ₹5000 की पेंशन मिलती है। अगर आप ₹420 हर महीने इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आपको हर महीने ₹10,000 की पेंशन मिलेगी।

INDIRA GANDHI NATIONAL OLD AGE PENSION SCHEME

                                                  

इंदिरा गांधी नेशनल ओल्ड एज पेंशन स्कीम के माध्यम से आपके बुढ़ापे में पेंशन राशि प्रदान की जाती है। यह योजना 2007 में मिनिस्ट्री आफ रूरल डेवलपमेंट द्वारा शुरू की गई थी। इस योजना के अंतर्गत 60 वर्ष से लेकर 79 वर्ष की उम्र के बुजुर्गों को हर महीने ₹200 से लेकर ₹500 तक की पेंशन राशि मिलती है। ₹500 की पेंशन रशि 80 वर्ष की उम्र हो जाने के बाद मिलती है। यह पेंशन राशि सीधे ही आपके बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है।

VARISHTHA PENSION BIMA YOJANA

वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) के द्वारा संचालित की जाती है। इसके लिए बस आपको एक बार प्रीमियम राशि जमा करवानी होती है। आपको इस प्रीमियम राशि पर बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है। आप जितनी भी राशि इस योजना में जमा करवाते हैं आपको उसके ऊपर हर साल 8 प्रतिशत से अधिक का ब्याज मिलता है। आपको यह ब्याज मंथली बेसिस पर मिलता है। आप बुढ़ापे में इस राशि का उपयोग एक पेंशन के रूप में कर सकते हैं।

PRADHAN MANTRI VAYA VANDANA YOJANA

                                                                    

प्रधानमंत्री वय वंदन योजना के अंतर्गत भी आप इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। यह योजना लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के द्वारा संचालित की जाती है। इसमें आपको जमा की गई राशि पर 10 साल तक बेहतरीन रिटर्न मिलता है। आपको हर साल 8 प्रतिशत इसमें ब्याज मिल जाता है। आप इस योजना के अंतर्गत मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹100 और अधिकतम इन्वेस्टमेंट 15 लाख रुपए कर सकते हैं।

NATIONAL PENSION SYSTEM

नेशनल पेंशन स्कीम सीनियर सिटीजन के लिए चलाई जाती है। एनपीएस सिस्टम सभी प्रकार के पेंशन योजनाओं का संचालन करता है। इस स्कीम का संचालन पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा किया जाता है। इस पेंशन स्कीम के माध्यम से 60 वर्ष की उम्र पूरी होने के बाद आपको पेंशन मिलना शुरू हो जाती है। आपको इस योजना के अंतर्गत एक अकाउंट ओपन करके उसमें नियमित रूप से छोटी राशि का इन्वेस्टमेंट करना होता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।