मुर्गीं पालक इस नस्ल की मुर्गी का करें पालन और कमाएं अच्छा लाभ      Publish Date : 23/08/2024

      मुर्गीं पालक इस नस्ल की मुर्गी का करें पालन और कमाएं अच्छा लाभ

        ‘‘नर्मदा निधि’’ नस्ल की मुर्गी पालन करने से बंपर मुनाफा मिलता है। इस नस्ल की मुर्गियां देशी मुर्गियों से अधिक अंडे देती हैं। नर्मदा निधि प्रजाति के मुर्गी और मुर्गे देशी प्रजातियों से जल्दी बढ़ते हैं, इसलिए इस प्रजाति का पालन सबसे अच्छा माना जाता है। अंडे देने से लेकर मांस तक के लिए भी यह नस्ल काफी अच्छी साबित होती है। कम समय में अच्छी ग्रोथ होती है।

                                                                            

मुर्गी पालन करने वाले लोगों के लिए नर्मदा निधि नस्ल सबसे अधिक अधिक है। इस नस्ल की मुर्गी कड़कनाथ की कॉकटेल होती है। इस नस्ल की मुर्गी देशी मुर्गियों से जल्दी बड़ी हो जाती हैं और ज्यादा अंडे भी देती हैं। इसका पालन करने से बहुत ही कम समय में मुर्गींपालक को मुनाफा मिलना शुरू हो जाता है।

मुर्गी पालन में नर्मदा निधि की नस्ल अन्य नस्लों से अंडे और मांस में भी सबसे अच्छा माना जाता है। इस नस्ल की मुर्गी और मुर्गा दोनों ही में अधिक मांस मिलता है और इस नस्ल की मुर्गियां भी अधिक अंडे देती हैं। इस नस्ल का पालन करने से इनका अंडे के साथ साथ मांस भी स्वादिष्ट होता है तथा इनका वजन 140 दिन में ही डेढ़ किलो तक हो जाता है।

इस नस्ल के मुर्गी और मुर्गा का मांस स्वादिष्ट होने के साथ साथ हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है। इस नस्ल के मांस में अच्छी मात्रा में आयरन और प्रोटीन होता है। वहीं इसमें फैट भी कम होता है, जिससे इसका सेवन करने से कोई नुकसान नहीं है।

                                                                             

नर्मदा निधि नस्ल की मुर्गियां देशी नस्ल की मुर्गियां से अच्छा मुनाफा देती है। अगर आप इस नस्ल की मुर्गियां का पालन शुरू करते हैं तो एक साल में ये लगभग 150 अंडे दे देती हैं। जिससे आप अधिक बचत भी कर सकते हैं, बेहद कम समय में ये नस्ल मुर्गींपालक को मालामाल कर सकती है।

नर्मदा निधि अच्छी पैदावार के लिए तो अच्छा है ही, साथ ही यह बीमारियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। कुपोषण जैसी समस्या के लिए इस नस्ल का मांस और अंडे दोनों लाभदायक होते हैं। इसका नियमित सेवन करने से कुपोषण जैसी समस्यां को काबू किया जा सकता है।