किसानों के लिए लांच किया गया है एनपीएसएस एप Publish Date : 20/08/2024
किसानों के लिए लांच किया गया है एनपीएसएस एप
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
कृषि विभाग द्वारा लांच किया गया है यह एप, जानिए कैसे काम करता है काम
यूपी के मुरादाबाद में अब किसानों को खेत में होने वाले नुकसान या फसल में किसी भी प्रकार की बीमारी लगने पर दर-दर की ठोकरें नहीं खानी पड़ेगी। इसकी जानकारी के लिए उन्हें बस एक क्लिक करना होगा और फसल से संबंधित पूरी जानकारी मिल जाएगी। जिसमें फसल में क्या रोग लगा है, उसका क्या उपचार करना है, फसल की पैदावार कैसे करें, जिससे उसका अच्छा मुनाफा हो आदि की जानकारी किसान भाईं आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
अब जनपद के किसान कृषि से जुड़ी तमाम तरह की जानकारी बस वह एक क्लिक पर पा सकते हैं। इसके लिए किसान को बस अपने स्मार्टं फोन पर गूगल के प्ले स्टोर में जाकर एनपीएसएस एप डाउनलोड करना होगा। किसानों को इस एप के माध्यम से कृषि से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी आसानी से मिल सकेगी।
किसानों के लिए लांच किया गया है एनपीएसएस एप
मुरादाबाद के उप कृषि निदेशक संतोष द्विवेदी ने बताया कि एनपीएसएस एप को लांच किया गया है किसानों के लिए लांच किया गया है एनपीएसएस एप, इस एप का पूरा नाम नेशनल टेस्ट सर्विलांस सिस्टम है। इस एप के माध्यम से फसल में कौन सी बीमारियां लगी है, कौन से कीड़े फसल में लगे हैं आदि समस्याओं से किसान निजात पा सकेंगे। इन सभी विषयों की जानकारी इस एप के माध्यम से किसानों को एक ही क्लिक पर मिल सकेगी। हालांकि, किसान को कौन सा कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए आदि सहित अन्य प्रकार की लाभप्रद तमाम जानकारी प्राप्त भी तत्काल प्राप्त कर सकतें है। किसान अपनी फसल की समस्या को लेकर दुकानों पर जाते हैं, किसान को यह चिंता रहती है कि सही दवा मिला या है नहीं। इस एप के माध्यम से किसान पत्तियों का फोटो खींचकर एप पर डाल सकते हैं और इस एप से जुड़े कृषि एक्सपर्ट उन्हें तुरंत ही उचित सलाह देंगे कि उनकी फसल में कौन सी बीमारी लगी है तथा साथ ही बीमारी के उपचार की भी पूरी जानकारी मिल सकेगी।
किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है एनपीएसएस एप
एक किसान ने बताया कि जो एप लॉन्च किया गया है, वह किसानों के लिए काफी फायदेमंद है। पहले किसान कीटों के बारे में सही जानकारी खुद भी पता नहीं कर पाते थे और बाजार के दुकानदारों पर निर्भर रहते थे। कईं बार दुकानदार भी नहीं बता पाते थे कि फसल में कौन सी बीमारी लगी है। ऐसे में दवाई दुकानदार जो भी दवा किसान को दे देता था, वह उसी दवाई का इस्तेमाल करते थे, चाहे दवाई वह सही हो या गलत। लेकिन, जैसे-जैसे तकनीक विकसित हो रही है, अब किसानों की समस्या का समाधान भी आसानी से होते जा रहे है। किसान अब जैसे ही इस एप के माध्यम से अपनी फसल में हो रही परेशानी का फोटो खींचकर भेजेंगे, तुरंत उस समस्या का समाधान हो जाएगा।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।