मतृत्व को सुखद कैसे बनाएं?      Publish Date : 24/05/2024

                            मतृत्व को सुखद कैसे बनाएं?

                                                                                                                                                                                           श्रीमति सरिता सेंगर

मां बनना अपने आप में एक सुखद अहसास है तो इसके साथ ही यह एक जिम्मेदारी भी है। इसके लिए कैसे करें सजग तैयारी, ताकि माँ के साथ नवजात भी रहे पूरी तरह स्वस्थ-

                                                                          

किसी स्त्री को मां बनने के लिए केवल शारीरिक ही नहीं अपितु मानसिक तैयारी करने की जरूरत होती है। यदि वह योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ती है तो गर्भावस्था के साथ-साथ बच्चे के जन्म के बाद भी किसी प्रकार की चुनौती से निपटना अससान हो सकता है। वास्तव में सुखद मातृत्व का आधार भी यही है। हालांकि कुछ स्त्रियां मां बनने की पूरी प्रक्रिया को एक बड़ा काम या बोझ मानकर चलती हैं। इसके बजाय इसे एक शारीरिक प्रक्रिया मानकर उसके अनुकूल तैयारी करें तो अधिक बेहतर परिणाम मिल सकता है। भावी मां के साथ-साथ परिवार को भी अनुकूल वातावरण तैयार करने में उसका पूर्ण सहयोग करना चाहिए।

माँ बनने के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान

                                                                        

आप जैसा खानपान, सोच व जीवनशैली अपनाती हैं, भ्रूण भी उसीके अनुरूप ही तैयार होता है, अतः इस बात को गांठ बांध कर रखें।

हार्मोन्स के द्वारा उत्पन्न होने वाली असहजता या मुश्किलों को मजबूती से पार करें। योग, ध्यान आदि की मदद लें तो इसका आपको लाभ मिलेगा।

दो तीन माह पूर्व से ही खानपान में निषेध वस्तुओं से उचित दूरी बना कर रखें, जैसे- अल्कोहल, सिगरेट, जंक आदि का सेवन या तो बिल्कुल बन्द ही कर दें अथ0ा इनका सेवन बहुत ही कम मात्रा में करें।

बीएमआइ यानी लंबाई व वजन के अनुपात को सामान्य रखने के लिए आपको शाररिक रूप से सक्रिय रहना चाहिए। हीमोग्लोबिन का लेवल 12 से कम नहीं होना चाहिए, बेहतर खानपान से इसे दुरुस्त बनाए रखें।

यदि उच्च रक्तचाप या मधुमेह से पीड़ित है तो अपने चिकित्सक से परामर्श कर एक अनुकूल दिनचर्या का प्लान तैयार करें, जिससे आप इन परेशानियों को सही से मैनेज कर सकें।

यदि आप किसी दवा का सेवन कर रही हैं तो उसके बारे में भी भी अपने चिकित्सक से खुलकर बात करें, ताकि वह अन्य विकल्पों और उपचार उपायों पर भी विचार कर सकें।

रुबैला वैक्सीन लगाने के एक माह बाद ही मां बनने की योजना बनाएं, अन्यथा बच्चे के लिए जोखिम भी हो सकता है।

थैलेसीमिया की स्क्रीनिंग कराएं. उचित परामर्श लेकर ही आगे बढ़ें।

सकारात्मकता के साथ निपटें चुनौतियों से

                                                                

वर्तमान समय में प्रदूषण व पेस्टिसाइड आदि के कारण खानपान पर भी व्यापक असर पड़ा है। ऐसे में सेहतमंद रहना एक बड़ी चुनौती है, परन्तु यदि आप मां बनने का प्लान कर रही हैं तो इसके लिए आपको सकारात्मक रहना होगा। यदि आप एक कामकाजी महिला हैं तो आपको यह भी सोचना होगा कि चुनौतियों से कैसे निपटना है। मन में यह अवश्य रखें कि माँ बनना जिम्मेदारी भरा कार्य है। इसके दौरान आप पूरी तरह से हाइड्रेट रहें, फल-सब्जियों एवं एंटी आक्सीडेंट पदार्थों का भरपूर मात्रा में सेवन करें।

प्रस्तुतिः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।