
बीज क्षेत्र में कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम का समापन Publish Date : 10/03/2025
बीज क्षेत्र में कृषि उद्यमिता विकास कार्यक्रम का समापन
आज दिनांक 10.03.2025 को आनुवंशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग, कृषि महाविद्यालय, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के सभागार में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा वित्त पोषित 21 दिवसीय विन्टर स्कूल “बीज क्षेत्र में कृषि उद्यमिता विकास” जो दिनांक 18 फरवरी से 10 मार्च, 2025 तक सफलापूर्वक आयोजित किया गया, जिसके दिनांक 10.03.2025 को हुए समापन सत्र की अध्यक्षता डा0 रामजी सिंह, कुलसचिव द्वारा की गयी।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 07 विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखण्ड़ एवं उत्तर प्रदेश के 23 वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया एवं सफलातापूर्वक प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि डा0 रामजी सिंह, कुलसचिव, डा0 विवेक, अधिष्ठाता, कृषि, डा0 बी0 पी0 ध्यानी, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर संकाय, डा0 कमल खिलाड़ी, निदेशक शोध एवं डा0 एल0 के0 गंगवार, कोर्स डायरेक्टर द्वारा दीप प्रजलन एवं मार्ल्यापण किया गया। तत्पश्चात् डा0 विवेक, अधिष्ठाता, कृषि द्वारा समापन सत्र में पधारे सभी आगन्तुकों का स्वागत किया किया। तदोपरान्त डा0 एल0 के0 गंगवार, कोर्स डायरेक्टर द्वारा 21 दिससीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी प्रस्तुत की गई, जिसमें उन्होनें बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय व राष्ट्रीय स्तर ख्याती के प्रसिद्व संस्थानों के अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा “बीज क्षेत्र में कृषि उद्यमिता विकास” से सम्बन्धित विभिन्न उपयोगी विषयों पर कुल 63 व्याख्यान आयोजित कराये गये साथ ही प्रयोगात्मक प्रशिक्षण, प्रक्षेत्र भ्रमण व एक्सपोजर विजिट भी कराये गये। जिनके द्वारा प्रशिक्षणार्थियांे को उपयोगी एवं सम्बन्धित विषयों की नवीनतम जानकारी उपलब्ध करायी गयी।
इसके उपरान्त 02 प्रशिक्षणार्थियों क्रमशः डा0 बी0 पाटिल, सहायक प्राध्यापक, कृषि विश्वविद्यालय, बागलकोट, कर्नाटक एवं डा0 रमेश शंकर भड़ाने, सहायक प्राध्यापक, मराठवाड़ा, कृषि विश्वविद्यालय, राहौरी, महाराष्ट्र द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में अपने-अपने विचार व्यक्त किये गए। जिसमें उन्होनें बताया कि सभी व्याख्यान, प्रयोगात्मक प्रशिक्षण उच्च स्तर के थे, जिनसे उन्हें नयी जानकारी प्राप्त हुई साथ ही प्रशिक्षण में नये विषयों जैसे कि आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस, नैनो-बायोटेक्नोलॉजी, प्रिसीजन फीनोटाईपिंग आदि पर भी व्याख्यान कराये गये। जो उनके लिए बहुत ही उपयोगी होगे। डा0 एल0 के0 गंगवार द्वारा प्रशिक्षण के सफल आयोजन हेतु मा0 कुलपति जी डा0 के0 के0 सिंह, के सतत् मार्ग दर्शन एवं सभी आवश्यक सहयोग प्रदान करने लिए आभार व्यक्त किया गया। उन्होनें कुलसचिव, अधिष्ठाता, कृषि, वित्त नियत्रंक एवं अन्य अधिकारियों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया गया। डा0 गंगवार ने इस प्रशिक्षण के सफल आयोजन में आयोजक समिति का उनके भरपूर सहयोग के लिए धन्यवाद किया।
प्रशिक्षण में विभिन्न विषयों पर दिये गये व्याख्यानों की संकलित पुस्तिका “Agrientrepreneurship development in seed sector” शीर्षक पर तैयार की गयी जिसका विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया।
तत्पश्चात् सभी 23 प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा0 रामजी सिंह, कुलसचिव द्वारा अपने सम्बोधन में समस्त प्रतिभागियों से अपेक्षा की, कि वह प्रशिक्षण में लिए गये अनुभव एवं नवीनतम जानकारी को अपने संस्थानों में जाकर उपयोग करेगें एवं बीज क्षेत्र में उद्यमिता विकास हेतु कार्यक्रम आयोजित करेगें, जिससे कि किसानों को गुणवत्तयुक्त बीज उत्पादन करके अच्छे बीज की उपलब्धता व अतिरिक्त आर्थिक लाभ अर्जित हो सकेगा। साथ ही बीज व्यवसाय से आत्मनिर्भरता व अन्य को भी रोजगार उपलब्ध करा सकेगें।
कार्यक्रम के अन्त में डा0 बी0 पी0 ध्यानी, अधिष्ठाता, स्नातकोत्तर संकाय द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डा0 शिवानी साहू, द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम में डा0 आर0 एस0 सेंगर, डा0 पंकज कुमार, डा0 यू0पी0 शाही, डा0 पूरन चन्द्र, डा0 एस0के0 सिंह, डा0 एस0 के0 लोधी, डा0 मुकेश कुमार, डा0 अशोक कुमार, डा0 हरिओम कटियार आदि कृषि वैज्ञानिक उपस्थित रहे।