प्रेस विज्ञप्ति      Publish Date : 26/09/2024

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   कौशल ज्ञान तथा लीडरशिप स्किल को बढ़ाना होगा- लोकमान सिंह

कल दिनांक 25/9/2024 को सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विष्वविद्यालय, मोदीपुरम, मेरठ मे एक दिवसीय “कौशल विकास कार्यशाला” का आयोजन प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय के द्वारा किया गया। इस कार्यशाला का उदघाटन श्री पुनीत गर्ग, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, भारतीय प्रौधोगिकी संस्थान, जोधपुर, श्री लोकमान सिंह, कुशल एवं दक्ष प्रशिक्षक, पानीपत, डा0 रामजी सिंह, कुलसचिव, डा0 विवेक, अधिष्ठाता कृषि एवं डा0 आर0 एस0 सेगंर, निदेशक प्रशिक्षण एवं सेंवायोजन एवं डा0 सत्य प्रकाश के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।

                                                                  

इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नेतृत्व कौशल विकास, लक्ष्य निर्धारण तथा वायोडेटा इत्यादि तैयार करना है। यह कार्यशाला माननीय कुलपति प्रो0 के0 के0 सिंह के नेतृत्व में आयोजित की जा रही है। उनके अथक प्रयासों से विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। डा0 रामजी सिंह, कुलसचिव ने उज्जवल भविष्य निर्माण हेतु समय के सद्पयोग पर बल दिया।

कार्यशाला के दौरान अपने संवोधन में श्री पुनीत गर्ग, निदेशक प्रशिक्षण एवं सेवायोजन, आई0 आई0 टी0, जोधपुर ने ग्रुप-डिस्कशन, बायोडेटा तैयार करने एवं साक्षात्कार के सुगम तरीकों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होनें बताया कि आपकी स्पीच में स्पष्टता, प्रासंागिक आंकडो एवं उदाहरणों का उपयोग होना नितान्त आवश्यक है।

श्रीलोकमान सिंह, कुशल प्रशिक्षक, पानीपत, हरियाणा ने बताया कि नेतृत्व कौशल किसी संगठन के अन्तर्गत नेतृत्व की भूमिका को निभाने के लिए बहुत जरूरी होती है। यह कौशल किसी समूह को उसके लक्ष्यों की ओर ले जाने में मदद करते है। उन्होने बताया कि नेतृत्व कौशल किसी संगठन के मिशन और लक्ष्यों के बारे में सोच समझकर फैसलें लेने में मदद करते है, तथा लक्ष्य को निधार्रित कर उसके अनुरूप ही तैयारी करने हेतु प्रेरित किया जाता है।

                                                         

करियर प्लानिगं का महत्व समझाया और सभी छात्र-छात्राओं को कार्यशाला के दौरान करियर प्लानिंग भी करवायी

छात्र-छात्राआंे को उनके जीवन का उददेश्य, शिक्षा का उद्देश्य एवं पढाई के बाद जीवन में सफल लोगों की टॅाप 10 श्रेणी में शामिल होने के गुण भी सिखाए।

कालेज से निकलकर काम एवं करियर की कठिन राह को सरल बनाने के उपाय बताये।

यह भी प्रदर्शित किया कि इंटरव्यू को जीतने की कला क्या है और इसे कैसे सीखा जाना चाहिये।

यह बताया कि भारत में मात्र 5.6% लोगों को ही सरकारी नौकरी मिल पाती है और 20% लोग अपनी पढाईको बीच में ही छोड़ देते है। जबकि 12% लोग अपना काम शुरू करते है और शेष लगभग 60% छात्र-छात्राएं प्राइवेट नौकरी में चले जाते है। उसमें से सर्वे यह बताती है कि लगभग 33ः लोग मजबूरी में वो काम करते है जो उनके करने के लायक ही नही होता। अतः दुखी जीवन जीते है और बताया कि छात्र-छात्राओं में अपने कालेज में यदि सही प्लानिंग करके तैयारी करें तो यह सही करियर में जाकर अपने जीवन को सफल बना सकते है।

बताया कि कम्युनिकेशन स्किल एवं लीडरशिप कौशल कितना महत्वपुर्ण है और इसे सीखकर डेवलप करने के तरीके भी बताये।

                                                       

इस अवसर पर निदेशक प्रशिक्षण डा0 आर0 एस0 संगर ने अपने संबोधन में छात्रों को तैयारी करके अच्छी नौकरी व स्टार्टअप के बारे में बताया। डा0 सत्य प्रकाश, संयुक्त निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए छात्रों को अपने भविष्य के प्रति सजग रहने के लिए आग्रह किया। डा0 डी0 वी0 सिंह, सहनिदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन ने समस्त अतिथियों, अधिकारियों एवं छात्र छात्राओं का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।

                                                          

इस अवसर पर डा0 सत्य प्रकाश, संयुक्त निदेशक, डा0 डी0 वी सिंह, सहनिदेशक, डा0 विपिनकुमार सहनिदेशक, डा0 शालिनी गुप्ता, सहनिदेशक एवं डा0 देश दीपक, सहनिदेशक, विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षणगण, छात्र एवं छात्राएं भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम मे विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों के 300 से अधिक छात्र और छात्राओं ने प्रतिभाग किया।