ईरी, फिलिपींस के वैज्ञानिकों ने कृषि विश्वविद्यालय में धान की सीधी बुवाई का परीक्षण देखा      Publish Date : 20/09/2024

ईरी, फिलिपींस के वैज्ञानिकों ने कृषि विश्वविद्यालय में धान की सीधी बुवाई का परीक्षण देखा

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष अंतर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान फिलीपींस के साथ कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह के दिशा निर्देशन में एम ओ यू पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धान की सीधी बुवाई की संभावनाओं तथा उपयोगिता पर शोध कार्य प्रारंभ किए गए थे।

                                                              

यह कार्य कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के के सिंह ने कॉलेज ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की प्रोफेसर शालिनी गुप्ता तथा एग्रोनॉमिस्ट डॉक्टर आदेश को दिया था। उन्होंने गत वर्ष तथा इस वर्ष भी परीक्षण लगाए, जिनका फिलीपींस से वैज्ञानिकों के एक दल जिसमें डॉक्टर शलभ दीक्षित एवं जसवीर सिंह के द्वारा परीक्षणों का निरीक्षण किया गया।

फिलिपींस के वैज्ञानिक डॉक्टर शलभ दीक्षित ने बताया धान की सीधी बुवाई के जो परीक्षण  कृषि विश्वविद्यालय में लगाए गए हैं, इनका परिणाम बहुत ही उत्साहवर्धक रहा है। प्रजातियां अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। भविष्य में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धान की सीधी बुवाई के लिए कुछ नई प्रजातियां चिन्हित की जा सकेंगी, जो धान की खेती को बढ़ावा देंगी और धान की खेती में आने वाली लागत और पानी की मात्रा को भी कम किया जा सकेंगा।

                                                            

भविष्य में पानी का संरक्षण किया जा सकेगा और किसानों की लागत धान की खेती करने में जो बहुत अधिक आती है उसे भी काफी हद तक कम किया जा सकेगा।

यहां पर कुछ लाइन काफी अच्छी चल रही है। उन्होंने कृषि वैज्ञानिक डॉ0 शालिनी गुप्ता तथा डॉ0 आदेश से कहा कि अगले साल मई के महीने में ही, यदि खेतों में धान की सीधी बुवाई कर दी जाएगी तो उसके परिणाम और भी उत्साहवर्धक रहेंगे।

डॉ0 शलभ दीक्षित ने कहा पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मृदा तथा जलवायु धान की खेती के लिए काफी उपयोगी है अन्य प्रदेशों की अपेक्षा यहां पर पौधों की वृद्धि तथा विकास अच्छा हो रहा है। उन्होंने बताया धान की सीधी बुवाई का प्रोटोकॉल विकसित होने के बाद प्रदेश के किसानों को इस तकनीक से काफी लाभ होगा।

                                                             

इस अवसर अवसर पर परीक्षणों के निरीक्षण के दौरान डॉक्टर जसमीर सिंह, फिलिपींस के  कृषि वैज्ञानिक, प्रोफेसर शालिनी गुप्ता, प्रोफेसर आदेश, निदेशक शोध प्रोफेसर कमल खिलाड़ी, बायोटेक्नोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आर एस सेंगर आदि लोग मौजूद रहे।