कृषि विश्वविद्यालय में किया गया विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन Publish Date : 01/06/2024
कृषि विश्वविद्यालय में किया गया विश्व तंबाकू निषेध दिवस का आयोजन
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में कल दिनांक 31-05-024 को विभिन्न महाविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों द्वारा विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने नशा मुक्ति के लिए कार्य करने और लोगों तक इस संदेश को पहुंचाने की शपथ ग्रहण की।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक प्रोफेसर आर एस सेंगर ने कहा आज का युवा तंबाकू खान जैसी बुरी आदत में पड़ रहा है जिससे दूर रहने की आवश्यकता है। डॉ0 सेंगर ने कहा कि युवा वर्तमान में चरस, अफीम और इसमें के साथ ही कोकेन जैसे घातक नशे के आदी भी हो चुके हैं। छात्र-छात्राओं नशे से दूरी बनाकर रखनी होगी और इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयास करना होगा।
प्रोफेसर आर एस सेंगर ने कहा जो लोग सिगरेट पीते हैं, उसका एक-एक कश उन्हे मौत की तरफ ले जा रहा है। तंबाकू के सेवन से लोगों में कैंसर और दिल का दौरा जैसे अनेक रोगों की चपेट मेंउनका जीवन आ जाता है। आजकल कई युवा ऐसे हैं जो चरस, अफीम और इसके के साथ कोकेन जैसे घातक नशे के भी आदी हो रहे हैं। ऐसे मे यदि मेरठ के आंकड़ों को ही देखा जाए तो अस्पतालों में लगभग 80 से 100 नए मरीज कैंसर के सामने आ रहे हैं, जो कि एक चिंता का विषय है। मेरठ के आंकड़े तो यह भी बताते हैं की 18 करोड़ का सालाना गुटखा लोग शहर में खा रहे हैं, वहीं प्रतिवर्ष लगभग 5.5 करोड रुपए की बीडी और सिगरेट का धुआं लोग उड़ा रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्रों से अपील की कि वह मोटिवेशन थेरेपी के दौरान व्यक्तियों को इसके शारीरिक, आर्थिक एवं सामाजिक नुकसान के बारे में बताएं जिससे लोग धूम्रपान से दूर रह सकें।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर विपिन कुमार ने संबोधित करते हुए अपने सम्बोधन में कहा कि तंबाकू के सेवन के कारण लंग्स, मुंह, किडनी, खाने की नली एवं पेट सहित शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंचता है। तंबाकू के रसायन कोशिकाओं की डीएनए को खराब कर देते हैं, इसलिए तंबाकू की लत यदि किसी को पड़ती है तो उसको तुरंत छोड़ देना उचित होगा।
अधिष्ठाता हॉर्टिकल्चर प्रोफेसर विजेंदर सिंह ने अपने संबोधन में कहा वक्त रहते हमें सतर्क हो जाना चाहिए और तंबाकू के सेवन से मुक्त रहना है।
इस अवसर पर प्रोफेसर सत्य प्रकाश अधिष्ठाता टेक्नोलॉजी, प्रोफेसर बी सिंह राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी, प्रोफेसर मुकेश कुमार, प्रोफेसर पंकज चौहान, डॉ नीलेश कपूर, डॉ अरविंद राणा, डॉ राहुल चौहान, डॉ विपुल कुमार,, प्रोफेसर निलेश चौहान एवं विभिन्न महाविद्यालयों के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।