प्रदूषण से जंग के लिए ग्रीन-वार रूम का आरम्भ Publish Date : 15/04/2024
प्रदूषण से जंग के लिए ग्रीन-वार रूम का आरम्भ
हर साल सर्दियों में प्रदूषण से जंग के लिए दिल्ली सरकार ने ग्रीन वार रूम की शुरुआत की है। दिल्ली सचिवालय में इसकी औपचारिक शुरुआत के मौके पर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि यहां पर सप्ताह में हर दिन 24 घंटे प्रदूषण की रोकथाम के लिए 17 विशेषज्ञ तैनात रहेंगे। यह टीम प्राथमिक प्रदूषकों के स्तर, प्रदूषण की पर अंकुश लगाने के उपायों और ग्रीन दिल्ली एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों की स्थिति की निगरानी करेगी। टीम की का नेतृत्व डा. नंदिता मोइत्रा करेंगी।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए कई एजेंसियां काम कर रही हैं। उनके समन्वय के लिए ही इस ग्रीन वार रूम को स्थापित किया गया है। ग्रीन वार रूम में पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने और खुले में कचरा जलाने से संबंधित सैटेलाइट डेटा का विश्लेषण भी किया जाएगा। इस ग्रीन वार रूम के सदस्य ग्रीन दिल्ली एप पर आने वाली शिकायतों को संबंधित विभागों तक पहुंचाने के साथ ही उनकी मॉनीटरिंग भी करेंगे।
यह एप दिल्ली के 28 विभागों का एक संयुक्त प्लेटफार्म है। सभी विभाग मिलकर कार्रवाई करते हैं। इसमें दिल्ली नगर निगम, केन्द्र सरकार और दिल्ली सरकार के विभाग शामिल हैं।
इस एप को संचालित करने के लिए हर विभाग में नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। विंटर एक्शन प्लान के तहत विभागों ने अपना काम शुरू भी कर दिया है। दिल्ली के प्रदूषण में दिल्ली के खेतों का योगदन मात्र 31 प्रतिशत है, जबकि इसमें एनसीआर के शहरों का योगदान सर्वाधिक है। पांच अक्टूबर से एंटी डस्ट कैंपेन दिल्ली में शुरू किया जाएगा। धूल प्रदूषण से निपटने के लिए नियमों का पालन नहीं करने वाली निर्माण साइटों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल एप पर आई 70 हजार से ज्यादा शिकायतेंः पर्यावरण मंत्री ने बताया कि ग्रीन दिल्ली एप मोबाइल एप पर आई 70 हजार से स्वास्थ ने बताया कि ग्रीन दिल्ली एप पर 70,684 शिकायते दर्ज की गई हैं और इनमें से 90 प्रतिशत शिकायतों समाधान भी किया जा चुका है। ग्रीन दिल्ली एप पर सबसे ज्यादा एमसीडी की 45,208 शिकायतें आई हैं। उसके बाद पीडब्लूडी की 10,928 और डीडीए की 4289 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि ग्रीन दिल्ली एप को अपने मोबाइल फोन पर डाउनलोड कर लें। दिल्ली में कहीं भी निर्माण कार्य चल रहा है और वहां नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है तो एप पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकतें हैं।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।