गन्ने की नई किस्म जिससे को. 0238 की कमी होगी पूरी      Publish Date : 08/12/2024

        गन्ने की नई किस्म जिससे को. 0238 की कमी होगी पूरी

                                                                                                                                              प्रोफसर आर. एस. सेंगर एवं अन्य

गन्ने की नई किस्म को.शा.-18231:- समस्त गन्ना किसान और चीनी मिलों के लिए एक अच्छी और राहतभरी खबर है। गन्ना शोध संस्थान शाहजहांपुर के वैज्ञानिकों द्वारा गन्ने की एक नई किस्म विकसित की गई है। गन्ने की यह किस्म प्रतिबंधित को. 0238 की कमी पूरा करने में सक्षम होगी। गन्ने की यह नई किस्म है को.शा. 18231 जो कि एक हेक्टेयर क्षेत्र में लगाई गई गन्ने की फसल से 900 से 920 क्विंटल तक उत्पादन देने की क्षमता रखती है।

                                                          

गन्ना किसानों की अब तक की सबसे पसंदीदा किस्म को. 0238 पर प्रतिबंध लगने के बाद किसानों के चेहरे पर एक बार फिर से खुशी की झलक देखने को मिल सकती है, क्योंकि शाहजहांपुर गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी किस्म विकसित की है जो लाल सड़न रोग प्रतिरोधी किस्म है। विशेष बात यह है कि इस किस्म से चीनी मिल को चीनी का अच्छा परता और किसानों को बेहतर उत्पादन प्राप्त होगा। हाल ही में यह विकसित की गई इस किस्म का बीज उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के द्वारा किसानों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है।

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आर. एस. सेंगर ने बताया कि गन्ने की नई किस्म को.शा. 18231, जिसे हाल ही में शाहजहांपुर गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है। गन्ने की यह किस्म किसानों की पसंदीदा किस्म को.0238 की तरह ही बंपर उत्पादन और चीनी मिलों को अच्छा चीनी परता देने वाली किस्म साबित होगी। इस किस्म का बीज उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान शाहजहांपुर के द्वारा हाल ही में किसानों को वितरित भी किया गया था और किसान अब इसकी बुवाई भी कर रहे हैं।

920 क्विंटल तक होगा उत्पादन

                                                         

गन्ने की नई किस्म को.शा. 18231, जो एक हेक्टेयर गन्ने की फसल से 900 से 920 क्विंटल तक उत्पादन देने की क्षमता रखती है। यह किस्म चीनी मिलों के हिसाब से भी काफी अच्छा परता देने वाली किस्म है। इससे 13.42 प्रतिशत चीनी परता रिकवर किया जा सकता है। यह किस्म गन्ने के लाल सड़न रोग के प्रति प्रतिरोधी भी है। इस किस्म का गन्ना मोटा, जमाव बेहतर और ज्यादा कल्ले उत्पान करने की क्षमता से युक्त है। इस किस्म से किसानों को पेड़ी की फसल भी अच्छी मिलेगी। को.शा. 18231 गन्ने की किस्म अगेती बुवाई के लिए एक बहुत ही अच्छी किस्म है।

कैसे करें गन्ने की पहचान?

                                                                

किसानों के लिए गन्ने की इस नई किस्म की पहचान करना बेहद आसान है। इसके गन्ने का रंग सफेद और पोरियों पर काले धब्बे दिखाई देते हैं और इसके गन्ने की आंख त्रिभुजाकार होती है। आंख के ऊपर पोरी पर नाली जैसा आकार बना रहता है इसके अलावा इसका गन्ना मोटा भी होता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।