शरदकालीन गन्ने की टॉप किस्में, 20 प्रतिशत अधिक होगा उत्पादन      Publish Date : 28/10/2024

शरदकालीन गन्ने की टॉप किस्में, 20 प्रतिशत अधिक होगा उत्पादन

                                                                                                                                                     प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

गन्ने की फसल की बुवाई शरदकाल और बसंतकाल में की जाती है। इन दिनों किसान शरदकालीन गन्ने की बुवाई करने में लगे हैं। शरदकालीन गन्ने की बुवाई का समय सितंबर माह के अंत से लेकर अक्टूबर तक होता है। इस समय बुवाई करने पर गन्ने का उत्पादन लगभग 20 प्रतिशत तक अधिक होता है, जिससे किसानों को बेहतर मुनाफा भी मिलता है और उनकी आय में वृद्वि होती है।

                                                           

धान की फसल के कटने के बाद गन्ने की फसल की बुवाई करके किसान भाई इस फसल चक्र का सही लाभ उठा सकते हैं लेकिन शरदकालीन गन्ने की बुवाई करते समय गन्ने की अच्छी किस्मों का चयन करना बेहद जरूरी होता है। बहुत सी ऐसी किस्में है जो बसंतकाल में बुवाई से अच्छा उत्पादन देती हैं तो वहीं कुछ ऐसी किस्में हैं, जिनको शरद काल में ही बोया जा सकता है। ऐसे में जरूरी है कि किस्मों का चयन करते समय इस बात का किसान विशेष ध्यान रखें।

सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आर. एस. सेंगर ने बताया कि गन्ने की फसल एक बार बुवाई करने के बाद किसानों को कम से कम दो और ज्यादा से ज्यादा 3 साल तक उत्पादन देती है। ऐसे में गनने की फसल की बुवाई पर करते समय इसकी अच्छी किस्म का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है।

                                                                   

बहुत सी ऐसी किस्में हैं जिनको बसंतकाल की जगह अगर शरदकाल में बोया जाए तो वह कहीं अािक उत्पादन देती है। कुछ किस्में ज्यादा समय लेती हैं, उनको शरद काल में ही बोया जाना चाहिए, जिससे किसानों को अच्छा उत्पादन और चीनी मिलों को अच्छा चीनी परता मिलता है।

डॉ0 सेंगर ने बताया कि शरदकालीन गन्ने की बुवाई करने के लिए अगेती को.शा. 13235 एक अच्छी किस्म है, इसके अलावा को.लख 14201 और को. 15023 को भी उगाया जा सकता हैं। को 15023 का गन्ना मोटा होता है और यह अच्छी किस्म है। इसके अलावा हाल ही में फरवरी महीने में रिलीज की गई दो नई किस्में को.शा. 18231 और को.लख. 16202 शरद कालीन गन्ने की बुवाई के लिए बहुत ही उपयोगी किस्में है।

                                                       

नई किस्मों का बीज लेने के लिए किसान, उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान शाहजहांपुर और भारतीय गन्ना अनुसंधान लखनऊ से संपर्क कर सकते हैं। बीज लेने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। डॉ. सेंगर ने बताया कि कुछ ऐसी किस्में हैं, जिनका समय परिवर्तन कर किसान अच्छा उत्पादन ले सकते हैं, क्योंकि बहुत सी ऐसी किस्म होती हैं, जिनको बढ़वार पाने के लिए अधिक समय की जरूरत होती है। किसानों को ऐसी किस्मों की शरद काल में लगाना चाहिए ताकि गन्ने की फसल को बढ़ावार के लिए लंबा समय मिल सके।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।