कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित की गेंहू की  नई किस्म DBW 377      Publish Date : 25/08/2024

       कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित की गेंहू की  नई किस्म DBW 377

                                                                                                                                         प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृषाणु

भारतीय गेंहू एवं जौ अनुसंधान केंद्र करनाल हरियाणा के कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा विकसित गेंहू की नई क्ठॅ 377 किस्म के बारे में पूरी जानकारी-

इस लेख में

                                                                      

1 भारतीय गेंहू एवं जौ अनुसंधान केंद्र करनाल हरियाणा के द्वारा विकसित गेंहू की DBW 377  किस्म।

1.1 डीबीडब्ल्यू 377 किस्म की विस्तृत जानकारी।

1.2 उपज परीक्षणों में बेहतर प्रदर्शन किया।

1.3 कृषि संबंधी परीक्षणों में उत्कृष्ट प्रदर्शन।

1.4 रोगप्रतिरोधी है की गेंहू 377 किस्म।

1.5 गेंहू की डीबीडब्ल्यू 377 किस्म के अनाज की गुणवत्ता।

1.6 कहां मिलेगा गेंहू किस्म डीबीडब्ल्यू 377 किस्म का बीज।

कृषि अनुसंधान केंद्र में गेंहू की रोज नई नई किस्मों की खोज की जा रही है, जिससे कि किसानों की आय में वृद्धि हो सके।

अब इसी कड़ी में भारतीय गेंहू एवं जौ अनुसंधान केंद्र करनाल हरियाणा, के द्वारा गेंहू की नई किस्म को जारी कर दिया है। इस किस्म को DBW 377 किस्म - करण बोल्ड का नाम दिया गया है।

                                                               

आने वाले रबी सीजन यानी 2025 में यह किस्म किसानों को मालामाल करने वाली है। दरअसल, इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है की यह किसानों की बोरियां भर देगी।

गेंहू की DBW 377 किस्म - करण बोल्ड की उपज क्षमता, अवधि, विशेषता एवं अन्य विशेषताओं के बारे में।

डीबीडब्ल्यू 377 किस्म के सम्बन्ध में जानकारी

वर्ष 2024 के दौरान भारत के मध्य क्षेत्र में सिंचित परिस्थितियों में अगेती बुवाई के लिए ब्रेड गेहूं की किस्म करण बोल्ड (DBW 377) की सिफारिश की गई है।

किस्म का विमोचन एवं अधिसूचना केन्द्रीय उपसमिति द्वारा जारी की गई है।

खेती के लिए अनुशंसित क्षेत्र छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश के झांसी संभाग और राजस्थान के कोटा और उदयपुर संभाग में उपज परीक्षण में बेहतर प्रदर्शन देखा गया है।

                                                                  

गेंहू की DBW 377 किस्म की खेती की जानकारी

बीज उपचार: टेबुकोनाज़ोल 2% डीएस/1 ग्राम/किलोग्राम बीज।

बुवाई का समय: 1-10, नवंबर।

बीज दर: 100 किलोग्राम/हेक्टेयर।

उर्वरकों की मात्रा: 150 प्रतिशत एनपीके और वृद्धि नियामकों के साथ 15 टन/हेक्टेयर फार्म यार्ड खाद का प्रयोग करना अनुशंसित है।

वृद्धि नियामक: जल्दी बुआई और 150 प्रतिशत एनपीके का प्रयोग, इसके बाद वृद्धि नियामक के रूप में क्लोरमेक्वेट क्लोराइड (सीसीसी)/ 0.2% + टेबुकोनाज़ोल 250 ई.सी./ 0.1% (प्रथम नोड और ध्वज पत्ती पर) अधिक लाभदायक है।

उपज परीक्षणों में बेहतर प्रदर्शन किया

गेंहू डीबीडब्लयू 377 ने उच्च औसत उपज (63.9 क्विंटल/हेक्टेयर) दर्ज की गई तथा चेक किस्मों डीबीडब्लयू 303 (6.25%), डीबीडब्लू 187 (4.4%) तथा जीडब्लू 322 (1.3%) की तुलना में उपज में श्रेष्ठता स्थापित की है।

गेंहू डीबीडब्लयू 377 ने सिंचित शीघ्र बुआई स्थितियों के तहत उच्च उपज क्षमता (86.4 क्विंटल/हेक्टेयर) दर्ज की गई है।

अवधि की बात करें तो गेंहू डीबीडब्लयू 377 किस्म 124 दिन में पककर तैयार हो सकती है एवं 87 सेमी इसके पौधे की हाइट होती है।

कृषि संबंधी परीक्षणों में उत्कृष्ट प्रदर्शन

कृषि संबंधी परीक्षणों में उर्वरकों की अनुशंसित खुराक पर प्रयोग में गेंहू डीबीडब्लयू 377 को प्रथम स्थान मिला।

परीक्षण प्रविष्टियों और जांच किस्मों के बीच इसने सबसे अधिक हज़ार अनाज का वजन (48 ग्राम) दिखाया है।

रोगप्रतिरोधी है गेंहू 377 किस्म - करण बोल्ड

गेंहू डीबीडब्लयू 377 पत्ती और तने के जंग के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी है।

एपीआर अध्ययनों के तहत, इसने गेहूं की प्रमुख प्रजातियों भूरा रतुआ और तना रतुआ रोग के प्रति प्रतिरोध दिखाया है।

जीन अभिधारणा ने भूरे रतुआ के लिए जीन संयोजन Lr23+1+ और काले रतुआ के लिए संकेत दिया।

                                                      

डीबीडब्ल्यू 377 गेहूं ब्लास्ट रोग के प्रति प्रतिरोधी है (औसत स्कोर 10.0) और इसने करनाल बंट के प्रति बेहतर प्रतिरोध प्रदर्शित किया है।

गेंहू 377 किस्म अनाज की गुणवत्ता

DBW 377 में उच्च अनाज प्रोटीन सामग्री (11.7), हेक्टोलिटर वजन (79.5), उच्च बिस्किट स्प्रेड फैक्टर (8.5) और अच्छी चपाती गुणवत्ता स्कोर (7.7/10) है।

कहां मिलेगा गेंहू किस्म डीबीडब्ल्यू 377 का बीज

आने वाले रबी सीजन के लिए गेंहू की DBW 377 किस्म - करण बोल्ड का बीज कम मात्रा में देखने को मिलेगा।

हालांकि, किसान भाई इसे भारतीय गेंहू एवं जौ अनुसंधान केंद्र करनाल, हरियाणा से खरीद सकते है। ध्यान रहे की अन्य जगहों से इस बीज को ना खरीदे, क्योंकि इस साल इसका ब बीज बहुत ही कम किसानों को मिल सकेगा।

वैसे आप जहां से भी डीबीडब्ल्यू 377 किस्म का बीज खरीद रहे है तो पहले सुनिश्चित करे की वह असली बीज है या नकली। बीज खरीदने के साथ साथ बिल अवश्य लें।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।