अवसाद के शिकार लोगों में बढ़ सकता है स्ट्रोक का खतरा      Publish Date : 12/03/2023

                                                                            अवसाद के शिकार लोगों में बढ़ सकता है स्ट्रोक का खतरा

                                                                                                                                                                    डा0 आर एस सेंगर

    अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए शोध में सामने आया है कि अवसाद का शिकार लोगों में स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। शोधकर्ताओं को यह भी पता चला है कि ऐसे लोगों को स्ट्रोक आने पर ठीक होने में अन्य लोगों से अधिक समय लग जाता है। अध्ययन में अवसाद के लक्षण वाले लोगों में दूसरे लोगों की अपेक्षा इसका जोखिम 46 प्रतिशत से अधिक पाया गया है। यह शोध न्यूरोलॉजी जनरल में प्रकाशित किया गया है इस शोध में शामिल मर्सी का कहना है कि अवसाद और स्ट्रोक का यह संबंध हर उम्र हर वर्ग और पूरे विश्व में लगभग एक समान ही पाए गए है। यह शोध 32 देशों के 26,870 लोगों पर किया गया है। इनमें यूरोप एशिया उत्तर और दक्षिण अमेरिका मिडिल ईस्ट और अफ़्रीका के लोग शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार इंटर स्ट्रोक अध्ययन एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र बंेम.बवदजतवस के अध्ययन में कहा गया है कि यह तीव्र स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार जोखिम कारकों का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय अध्ययन है।

 

 

विश्व गुरु बन सकता है भारत मोटे अनाज के क्षेत्र में

    भारत दुनिया का 40 प्रतिशत मोटे अनाज का उत्पादन करता हैए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया तो इसके लिए भारत में मोटे अनाज के उत्पादन का प्रयास तेज कर दिया गया है। ऐसे में कई स्तरों पर मिलेट को प्रोत्साहित किया जाने लगा है। निर्यात की संभावनाओं को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी ब्रांडिंग बहुत तेजी से होने लगी है और भारत प्रयास कर रहा है कि विदेशों में भी इसका अधिक से अधिक उपयोग बढ़ सके। इसी उद्देश्य से 6 वर्ष बाद दिल्ली के प्रगति मैदान में 3 से 5 नवंबर तक वर्ल्ड फूड इंडिया का आयोजन किया जा रहा है। खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित यह अब तक का सबसे बड़ा सम्मेलन और मोटे अनाज के मुद्दे पर संवाद और सहयोग का बड़ा मंच होगा।  इसके माध्यम से भारत वैश्विक खाद्य पर मजबूती के साथ आगे बढ़ सकेगा और निवेश को गति देने के लिए इसमें 100 से ज्यादा देशों के उत्पादक जानकार स्टार्टअप एवं निवेशक भाग लेंगे। खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री  मोदी कर सकते हैं।

डा0 आर एस सेंगर सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष हैं।