सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से लहलाई फसलें Publish Date : 15/02/2023
वर्ष 2021 में योगी सरकार के प्रयासों से पूर्ण हुई सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का लाभ इससे जुड़े जिलों की नहर खेती के रूप में देखने को मिल रही है। किसानों कि वर्षो से लंबित पड़ी रही इस परियोजना के पूरे होने से किसानों को कितनी राहत मिली है। आज नहरे लबालब हैं सिंचाई का संकट खत्म हो चुका है। खेती को पानी ना मिलने से दोहरी मार झेल रहे किसानों को नहर के रूप में मानो वरदान मिल गया है। नहरों के संचालन से कम पूंजी में खेतों की प्यास बुझ रही है और अच्छी प्रकार से किसान सिंचाई कर पा रहे हैं। साथ ही अन्न उत्पादन बढ़ाने से किसानों की आय भी दुगनी हो रही है। सरयू नहर परियोजना के तहत बलरामपुर में संचालित राप्ती नहर प्रणाली से 1,51,055 किलोमीटर लंबाई में फसलों की सिंचाई की जा रही है। 39,366 हेक्टेयर सृजित सिंचन क्षमता के सापेक्ष 31,533 हेक्टेयर रकबे में फसलों की सिंचाई की जा रही है।
सरकार की दूरदर्शी सोच से तराई के किसानों के दिन बदलने लगे हैं। बलारम पुर के सदर ब्लाॅक के बलुआ बलआई दृगाँव निवास.ी किसान गुरूप्रसाद कहते हैं कि नहर का संचालन शुरू होने से खेतों की सिंचाई के लिए अब भगवान के भरोसे नही रहना पड़ता है। पहले असिंचित क्षेत्र में सिंचाई के संसाधन सुलभ नही थे। निजी संसाधनों पर आने वाले खर्च से लागत निकालन भी मुश्किल पड़ जाता था। सरयु नहर परियोजना शुरू होने के बाद अब कम लागत में किसान मुनाफा ले पा रहें हैं।
तुलसीपुर .के शैलेंद्र मिश्र भी इस परियोजना से मिले लाभ पर राहत की सांस लेते हुए बताते हैं कि हार्ड एरिया होने के कारण खेती की सिंचाई निजी संसाधनों से की जा रही थी। अब सरयू नहर का का संचालन शुरू होने से फसल की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा है। भगवानपुर गांव के किसान रामदास सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना को किसानों के लिए वरदान बताते हैं उनके मुताबिक किसान कम लागत में अधिक फसल उत्पादन कर रहे हैं इससे उनके पलायन पर भी रोक लगी है। गोंडा जिले में भी किसान सरयु नहर परियोजना से मिल रहे लाभ से काफी खुश हैं।
पुरैनिया गांव के किसान रमाशंकर तिवारी का कहना है कि इससे सिंचाई बार बार समय से. नहीं हुई थी अब नहर के पानी से काफी फायदा मिला है। पिपरा चैबे गांव के राजेंद्र प्रसाद चतुर्वेदी कहते हैं नहर में समय से पानी आने से धान की रोपाई समय से हो सकी है। सरयु नहर परियोजना को स्वीकृति वर्ष 1982 में मिली थी 2012 में इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संवेदनशीलता और दूरदर्शिता से परियोजना पूर्ण हुई है। 11 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका लोकार्पण किया। सरयू नहर परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश के 9 जिलों जिनमें बहराइच, श्रावस्ती, गौंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, संतकबीर नगर, गोरखपुर तथा महाराजगंज. के किसानों के लिए उपयोगी साबित हो रही है। इन 9 जिलों में 15,00,000 हेक्टेयर भूमि पर अतिरिक्त सिंचाई क्षमता उपलब्ध होगी।