
महोगनी की खेती की तकनीक Publish Date : 01/06/2025
महोगनी की खेती की तकनीक
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 वर्षा रानी
भूमि की तैयारीः
भूमि को गहरी जुताई करें और पाटा लगाकर समतल करें।
5-7 फीट की दूरी पर 3x2 का गड्ढा तैयार करें, लाइन से लाइन की दूरी 4 मीटर होनी चाहिए।
गड्ढों में गोबर और रासायनिक खाद को मिट्टी में मिलाकर भर दें।
गड्ढों को अच्छी तरह से पानी दें।
पौधे लगाएं:
- पौधे लगाते समय तेज गर्मी या ज्यादा सर्दी वाले मौसम से बचाव करें।
- पानी वाली और पथरीली मिट्टी में महोगनी का पौधा न लगाएं।
देखभालः
- पौधे की नियमित रूप से सिंचाई करें, विशेष रूप से गर्मियों के मौसम में।
- खरपतवारों को हटा दें।
- आवश्यकतानुसार खाद का प्रयोग करें।
कटाईः
- महोगनी के पेड़ों को पूरी तरह तैयार होने में 25 साल लगते हैं, लेकिन 12 साल के बाद यह पेड़ बेचा जा सकता है।
- कटाई के बाद, पेड़ों की लकड़ियों को बाजार में बेचा जा सकता है।
महोगनी की खेती से होने वाले लाभः
- महोगनी की लकड़ी की बहुत मांग है, इसलिए इससे किसानों को अच्छी आय हो सकती है।
- महोगनी के बीज और फूलों का उपयोग औषधियां बनाने में भी बहुतायत में किया जा सकता है।
- महोगनी के पेड़ एक छायादार और सुंदर पेड़ हैं।
महोगनी की खेती से संबंधित कुछ अतिरिक्त जानकारीः
- एक एकड़ में 1200 से 1500 महोगनी के पेड़ उगाए जा सकते हैं।
- महोगनी के पौधे 25 से 30 रुपये से लेकर 100 से 200 रुपये तक बाज़ार में नर्सरी से मिल जाते हैं।
- एक एकड़ महोगनी की खेती करने पर एक से लगभग 1.5 लाख रुपये की लागत आती है।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।