ज्वार की नई किस्म पशु चाव से खाएंगे चारा      Publish Date : 25/05/2025

         ज्वार की नई किस्म पशु चाव से खाएंगे चारा

                                                                                                                          प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु  

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि वि. वि. ने ज्वार की एक नई किस्म सीएसवी64-एफ विकसित की है।

विवि के अनुसंधान निदेशक राजबीर गर्ग बताते हैं कि हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी, उत्तराखंड और गुजरात सहित उत्तर भारतीय कई राज्यों के लिए इसकी सिफारिश की गई है। ज्वार की इस किस्म में ज्वार की मौजूदा किस्मों से 31.9 प्रतिशत अधिक मिठास है, जिससे यह पशुओं के लिए अधिक स्वादिष्ट, बन जाती है।

                                                              

इसकी उच्च प्रोटीन सामग्री चारे की गुणवत्ता को बढ़ाती है। उचित उर्वरक और सिंचाई के साथ, इससे प्रति हेक्टेयर 466 क्विंटल हरा चारा और 122 क्विंटल सूखा चारा मिल सकता है। सीएसवी64-एफ ज्वार की उच्च प्रोटीन सामग्री से युक्त पत्तेदार, मीठी और रसदार किस्म है, जो एकल-कटाई के लिए आदर्श है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।