किसानों की आय बढ़ानें के लिए अच्छी है जिमिकंद की खेती Publish Date : 03/12/2024
किसानों की आय बढ़ानें के लिए अच्छी है जिमिकंद की खेती
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृषाणु
जिमिकंद की सब्जी को गरीबों का मटन कहते हैं, सेहत बनेगी 3 मर्दों के बराबर, किसान होंगे मालामाल 2 एकड़ में, झोपड़ी से महल बना देती है जिमिकंद की फसल-
दोस्तों, आज आपके लिए हम गरीबों के लिए मटन यानि जिमिकंद के बारे जानकारी लेकर आए हैं और इसका सेवन करने से सेहत बनेगी की तीन मर्दों के बराबर। जिमिकंद की सबसे विशेष बात तो यह है कि अगर किसान 2 एकड़ जमीन में भी इसकी खेती करते हैं तो इसकी फसल, झोपड़ी से महल बना सकती है।
जिमीकंद से प्राप्त होने वाले लाभ
आपको बता दे जिमीकंद के लाभ कई तरह से प्राप्त होते हैं- जैसे कि जिमीकंद खाने से पाचन क्रिया होती है मजबूत और दर्द में भी बेहतर तरीके से मिलता है आराम। जिमिकंद न्यूट्रिशन से भरपूर होता है और इसका सेवन करने से वेट लॉस भी होता है। जिमीकंद को खाने से और जिमीकंद को खाने से सूजन और कई तरह-तरह की समस्याएं भी ठीक होती है।
कैसे करें जिमीकंद की खेती
ऐसे में यदि जिमीकंद की खेती करने की बात की जाए तो जिमीकंद की खेती करना काफी ज्यादा आसान होता है। यह विशेष रूप से भारत में ही उगाई जाने वाली एक फसल है और इसको उगाने के लिए कम से कम पानी की आवश्यकता होती है और किसी भी प्रकार की जलवायु में इसे अच्छे तरीके से उगाया जा सकता है। बेहतर जल-निकासी वाली उपजाऊ और बलुई मिट्टी की में इसकी खेती आसानी के साथ की जा सकती है और इसका पी.एच मान 5.5 से 7.5 के बीच में होना चाहिए और जिमीकंद को उगाने के लिए इसकी जड़ों के माध्यम से ही उगाया जाता है।
खेत को को तैयार करने के बाद इसकी जड़ों को खेतों में लगाया जाता है। जड़ के छोटे-छोटे टुकड़ें करके खेत में रोपित कर देते हैं। रोपित करने बाद इसको अंकुरित होने में करीबन 8 से 12 महीने का समय लगता है। जब जिमिकंद की बेल मुरझाने लग जाए तो समझना चाहिए कि जिमीकंद पक गए हैं और इसके बाद आप कंदों को जमीन के अंदर से बाहर निकाल सकते हैं जमीन में से।
जिमीकंद से होने वाली कमाई
इस सब्जी से कमाई की बात की जाए तो बाजार में इसकी कीमत ₹500 किलो है तो आप एक अंदाजा लगा सकते हैं अगर आप दो एकड़ में भी इसकी खेती करते हैं तो आपको महीने का नहीं गरीब बना दो से ₹3 लाख का प्रॉफिट आराम से देखने को मिलेगा इस सब्जी की खेती अब 2 एकड़ से लेकर एक एकड़ तक में कर सकते हैं और आपके पास में जितनी ज्यादा जमीन हो उतनी ज्यादा जमीन पर आप इसकी खेती करके अपना प्रॉफिट कमा सकते हैं और सबसे खास बात कुछ ही दिन में आपकी झोपड़ी से महल तैयार हो जाएगा।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।