गेहूं के अच्छे अंकुरण के लिए इन बातों का रखें ध्यान      Publish Date : 16/11/2024

           गेहूं के अच्छे अंकुरण के लिए इन बातों का रखें ध्यान

                                                                                                                                   प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी

देश में अभी रबी की फसल बुवाई का सीजन चल रहा है तथा गेहूं इस सीजन की मुख्य फसल मानी जाती है। इसी के साथ ही किसान सरसों, चना एवं मटर आदि की भी खेती करते हैं, परंतु गेहूं की खेती करने वाले किसानों को फसल लगने वाले रोग एवं कीट को लेकर लगातार चिंता बनी रहती है, क्योंकि गेहूं की फसल में रोग एवं कीट लगने से फसल प्रभावित हो सकती है, जिसका सीधा असर फसल की पैदावार पर पड़ता है।

                                                             

कृषि के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले मेरठ जिले के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आर. एस. सेंगर ने बताया कि गेहूं रबी के सीजन के मुख्य फसल है।

ऐसे में यदि किसान, गेहूं की बुवाई के दौरान ही कुछ खास बातों का ध्यान रखेंगे तो इससे उन्हें गेंहूँ की फसल की अच्छी पैदावार मिलेगी और. साथ ही रोग व कीट भी लगने का खतरा भी नहीं रहेगा।

डॉ0 सेंगर ने कहा कि गेहूं की फसल में मुख्य रूप से 6 प्रकार की रोग लगते हैं। नाम इस प्रकार से है कंडुआ, करनाल, झुलसा, पीला रतुआ, काला रतुआ, झोंका रोग और जड़ गलन रोग तथा पांच प्रकार के कीट गंधी बग, दीमक, अलसी का सुंडी, लाही और जसिड लगने का खतरा अधिक रहता है।

                                                       

गेहूं की फसल लगने वाले रोग एवं कीट से बचाव के लिए किसान अपने नजदीकी कृषि केंद्र से संपर्क कर कृषि विशेषज्ञ की सलाह पर उचित कीटनाशक का प्रयोग करें। इससे फसल न तो खराब होगी और न ही फसल पर बार-बार कीट लगेंगे।

किसान आजकल लाखों की कमाई कर रहे हैं। ऐसे में आप भी गेंहू की फसल से लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए आपको बस फॉलो करना होगा सही तरीका और आपको मुनाफा मिलेगा भरपूर।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।