मिर्च की खेती से किसान बढ़ाएं अपनी आय Publish Date : 15/05/2024
मिर्च की खेती से किसान बढ़ाएं अपनी आय
डॉ0 आर. ए.स. सेंगर
किसान साल में 3 बार कर सकेंगे मोटी कमाई, एक्सपर्ट से जानें खेती करने नया तरीका
मिर्च की आवश्यकता प्रतिदिन लगभग सभी घरों में होती है। अतः मिर्च की मांग पूरे साल बाजारों में बनी रहती है। किसान इसकी खेती यदि वैज्ञानिक पद्धति से करें तो वर्ष में इसकी खेती तीन बार की जा सकती है और साथ ही मिर्च से बेहतर मुनाफा भी कमाया जा सकता है। मिर्च की खेती को लेकर सरदार वल्लभभाई पटले कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ0 आर. एस. सेंगर ने मिर्च की खेती करने के वैज्ञानिक तरीके की विस्तृत जानकारी प्रदान की है।
मिर्च की खेती एक वर्ष में तीन बार की जा सकती है
कृषि वैज्ञानिक डॉ0 आर. एस. सेंगर ने बताया कि मिर्च की खेती करना एक लाभकारी सौदा होता है क्योंकि मिर्च सब्जियों में अपना अलग ही एक विशेष स्थान रखती है। पूरे साल में मिर्च की खेती, जिसमें जनवरी-फरवरी के बाद मई-जून और तीसरी बार जुलाई-अगस्त में मिर्च के बीज की रोपाई कर एक वर्ष में तीन बार की जा सकती है।
हाइब्रिड बीज के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं बेहतर उत्पादन
कृषि विशेषज्ञ डॉ0 सेंगर ने बताया कि मिर्च की खेती करने से पहले इसके लिए अच्छी जमीन का चुनाव करना सबसे आवश्यक कार्य होता है। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि खेती के दौरान पानी का जमाव खेत में नहीं होना चाहिए। मिर्च के बेहतर उत्पादन के लिए किसान भईयों को उन्नत किस्म के हाइब्रिड बीज का ही प्रयोग अधिक से अधिक करना चाहिए। मिर्च की उन्नत किस्मों में पूसा ज्वाला, पूसा सदाबहार, आंध्र्रा ज्योति आदि के समेत अन्य कई वैरायटी के हाइब्रिड बीज बाजार में उपलब्ध हैं।
खेती-बाड़ी एवं नई तकनीकी से खेती करने हेतु समस्त जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट किसान जागरण डॉट कॉम को देखें। कृषि संबंधी समस्याओं के समाधान एवं हेल्थ से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए अपने सवाल भी उपरोक्त वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं। विषय विशेषज्ञों द्वारा आपकी कृषि संबंधी जानकारी दी जाएगी और साथ ही हेल्थ से संबंधित सभी समस्याओं को आप लिखकर भेज सकते हैं, जिनका जवाब हमारे डॉक्टरों के द्वारा दिया जाएगा।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।